5 Simple Statements About self-improvement stories Explained

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हंस और हंसिनी को भटकते-भटकते रात हो गयी, तो हंस ने हंसिनी से कहा देखो रात भी गई इसलिए हम किसी भी तरह यहाँ आज की रात बिता लेते हैं, फिर सुबह होते ही यहाँ से चले जायेंगे। 

व्यक्ति गुस्से से तिलमिला उठा और बोला तुम्हें पता नहीं की मुझे बड़ा काम करने जाना है, बड़ा आदमी बनना है, मुझे जरा जल्दी है। 

कुछ दिनों बाद, दास का मालिक जंगल में शिकार करने आता है और कई जानवरों को पकड़ता है और उस शेर को पकड़ लेता है। दास को स्वामी के आदमियों द्वारा देखा जाता है जो उसे पकड़कर क्रूर स्वामी के पास ले जाते हैं।

एक वृद्धा थी, शारीरिक रूप से इतना वृद्ध हो जाने के बाद भी बोझा ढोने जैसे काम उसे करनी पड़ती थी। बेचारी क्या करती पेट पालने के लिए शायद उसके पास कोई दूसरा रास्ता भी नहीं था। आज भी वह सड़क के किनारे इसी आशा में खंडी थी की कोई बोझा को उठाने में उसकी मदद कर दे। 

“After i bought laid off at 53 from a senior management place using a battling cafe chain, I realized it was destined to be not easy to find A different task in the corporate environment. I also knew it had been now or under no circumstances to pursue my lifelong desire of proudly owning my very own restaurant. What was most overwhelming was that, so as to make this occur, I had been likely to really need to find an current café which was underperforming and whose proprietor was remarkably determined for getting from his lease. I acquired really lucky and located just what I required eight blocks from home.

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तेनाली ने अपना सिर छुपाया – तेनालीराम check here की कहानी

ऐसा बोलकर हंस अपनी हंसिनी के साथ वहां से निकलने लगा, तभी उल्लू चिल्लाया। 

सही राह – भगवान बुद्ध की प्रेरणादायक कहानी

आज मत बिगाडो – भगवान बुद्ध की प्रेरणादायक कहानी

थोड़ी ही दूर चला था की उसे एक अंधी बुढ़िया दिखाई दी, व्यक्ति की आहाट पाकर अंधी बुढ़िया ने उससे मदद की गुहार लगाई और दयनीय स्वर में बोली, अरे भाई क्या तुम मुझे सड़क की दूसरी ओर एक झोपडी है वहां तक पंहुचा दोगे, आपकी बहुत मेहरबानी होगी।

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“कुछ खास नहीं। अस्सी साल मैं खुशी का पीछा कर रहा था, और यह बेकार था। और फिर मैंने खुशी के बिना जीने का फैसला किया और बस जीवन का आनंद लिया। इसलिए मैं अब खुश हूं।

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